Lord Shiva

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HAR HAR MAHADEV

Sunday, September 1, 2013

मृत्यु जब अवश्यम्भावी है

मृत्यु जब अवश्यम्भावी है, तो कीट-पतंगों की बजाय वीरों की तरह मरना अच्छा है । इस अनित्य संसार में दो दिन अधिक जीवित रहकर भी क्या लाभ? It is better to wear out than to rust out. जराजीर्ण होकर थोड़ा थोड़ा जीवित रहकर जीर्ण होते हुए मरने के बजाय वीरों की तरह दूसरों के अल्प प्राण के लिए भी लड़कर उसी तरह मर जाना क्या अच्छा नहीं है?

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